उत्तरप्रदेश| उत्तरप्रदेश में सियासत अपनी चर्म पर है पक्ष विपक्ष एक दूसरे के आमने सामने खड़े हैं और अपने लक्ष्य को भेदने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। वहीं पर आरोप प्रत्यऱोप की राजनीति में एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी भी आय दिन तड़का लगाते रहते हैं। अब इस बीच ओवैसी ने प्रदेश की दलबदलो राजनीति पर सवाल करते हुए विपक्ष को घेरे में लिया है।
ओवैसी ने अपने बयान में कहा है की मैं किसी की बी टीम नहीं हूं क्योंकि स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी बीजेपी में है और वह सपा में ऐसे में यह तो स्पष्ट है की बी टीम कौन है। वहीं अखिलेश यादव 2019 में भी चुनाव हारे थे तब तो मैं यूपी में नहीं आया था। वहीं सपा मुसलमान की हितैषी नहीं है जिसका सटीक उदाहरण आजम खां है।
वहीं हमने प्रदेश में अपनी सरकार बनाने की तैयारी की है। बाबू सिंह कुशवाहा और वामन मेश्राम के साथ तीसरा मोर्चा बनाया है, अगर हमारा मोर्चा जीता तो हम बाबू सिंह कुशवाहा को मुख्यमंत्री बनाएंगे. वहीं हम मुस्लिमों के हित के लिए मैदान में उतरे है और अल्लाह ने चाहा तो प्रदेश में इस बार मुस्लिम की सरकार बनेगी।
By. Priyanshi Singh