RSS Chief Mohan Bhagwat Speech: भारत के राजनीतिक एवं संस्था में संघ के कार्यकर्ता अक्सर मिल जाए करेंगे कहीं बीजेपी के नेता बनकर या किसी पद पर कार्यरत होंगे।
आखिर संघ जिस तरीके से लगातार 100 साल में मेहनत किया है आज उसकी वह फसल काट रहा है कब संघ के लोग कांग्रेस पार्टी में घुसकर उस को कमजोर कर गए जिसकी वजह से आज राहुल गांधी अपना बंगला और सदस्यता दोनों नहीं बचा पाए यह आज उस संघ परिवार के कई करोड़ कार्यकर्ताओं की मेहनत है कि आज के वक्त वह कुछ भी बोल दे वह हाथों हाथ लिया जाता है हालांकि वह समाज विरोधी क्यों ना हो।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ r.s.s. के मुखिया मोहन भागवत अक्सर अपने दिए गए विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं 29 मार्च को हरिद्वार के सन्यास दीक्षा के कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा जो भगवा रंग धारण करके इस प्रतिष्ठा को बढ़ाने का संकल्प ले रहे हैं लेकिन यह बता दो सनातन धर्म को किसी प्रमाण पत्र और सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है।
आखिर सवाल यह है कि मोहन भागवत जो अक्सर अपने बयान को लेकर चर्चा में रहते हैं वह अपने इस बात से किसके पक्ष और किसके खिलाफ टिप्पणी करना चाह रहे हैं यह समय-समय पर देखने को मिलता रहता है।
कभी किसी प्रोग्राम में मोहन भागवत देश के हर नागरिक को हिंदुत्व से जोड़ देते हैं तो कभी यह कहते हैं कि देश के मुसलमानों के बगैर हिंदू का कोई वजूद नहीं आखिर वह हर बार कथित तौर पर एकता के नाम पर दिया गया भाषण अक्सर विवादों में घिरा रहता है शायद उसकी वजह यह भी है टॉप से लेकर बॉटम तक संघ के अच्छे खासे कार्यकर्ता सरकार और सिस्टम में कार्यरत है।