सिवान के पूर्व सांसद डॉ शहाबुद्दीन के बारे में एक ऐसी कहानी जो शायद कोई नहीं जानता और न कोई लिखना चाहता है।
यह वाक़या है सिवान के एक गांव की जहाँ से डॉ शहाबुद्दीन गुज़र रहे थे और उस गांव में जहाँ सड़क नाम की कोई चीज़ नहीं थी। बैल गाड़ी तक भी सही नहीं गुज़र सकता था।
किसी तरह जब उस गांव डॉ शाहबुद्दीन पहुंचे तो वहाँ एक गर्भवती महिला को परेशान हाल देखा जो उस घटिया सड़क से गुज़र रही थी।
मुझे ये बताते हुए गर्व महसूस हो रहा कि उस परेशान हाल गर्भवती महिला के इस दर्द को शायद 24 घंटे भी नहीं हुए थे कि सुबह वहाँ उस गाँव तक जाने के लिए ईंट की सड़कें बनाने के लिए पूरी टीम आ चुकी थी।
इस बारे में वो सभी सिवान के लोग जानते हैं जो शहाबुद्दीन को आज से 15 साल से जानते हैं।
“सोचा बता दूं क्योंकि जब देखता हूँ कुछ लोग वैसे नेता को अपना आदर्श बनाते हैं जो ये कहता है कि कब्र से निकाल कर महिला का बलात्कार करो, या फिर बलात्कार किए हुए नेता के लिए रैली निकलते है(कठुआ, सेंगर), दंगाइयों और तड़ीपारियों को अपना रहबर बनाते हैं, आतंकी हमले करने वालो को MP बनाते हैं।”
धन्यवाद
रफ़ीक़ अहमद भाई