अलीगढ़, 4 जूनः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग के वरिष्ठ शिक्षक और हादी हसन हॉल के प्रोवोस्ट प्रोफेसर सैयद मुबश्श्रि यूनुस का आज चानक निधन हो गया। वह 59 वर्ष के थे।
विश्वविद्यालय के प्रशासनिक ब्लाक में कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर की अध्यक्षता में आयोजित शोक सभा में दो मिनट का मौन धारण कर शिक्षकों एवं विश्वविद्यालय प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रोफेसर मुबश्श्रि को श्रद्धांजलि अर्पित की।
एएमयू के कुलपति, प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि प्रोफेसर मोबश्श्रि के निधन से मुझे गहरा आघात पहुंचा है और मैं उनके शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। अल्लाह उनके परिवार और शुभचिंतकों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे।
मेडिसिन फैकल्टी के डीन, प्रोफेसर राकेश भार्गव ने कहा कि प्रोफेसर मोबश्श्रि ने अनेक लोगों की मदद की और उन्हें ज्ञान का मार्ग दिखाया। वह एक अनुकरणीय डॉक्टर और अच्छे इंसान थे जिन्होंने जेएनएमसी में कई चीज़ें नयी शुरू कीं।
जेएनएमसी के प्राचार्य, प्रोफेसर शाहिद ए सिद्दीकी ने कहा कि प्रोफेसर मोबश्श्रि मेडिकल कॉलेज के जीवन में एक दयालु, सौम्य व्यक्तित्व के मालिक रहे और उनके निधन का दुखद समाचार सुनकर मुझे बहुत अफ़सोस हुआ।
एनाटॉमी विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर फरहान किरमानी ने बताया कि प्रोफेसर मोबश्श्रि ने हमेशा अपने ज्ञान से कक्षा को प्रज्वलित किया। अब इसकी निश्चित रूप से कमी रहेगी। उनके सहयोगी और छात्र उनकी यादों को हमेशा संजो कर रखेंगे।
प्रोफेसर मोबश्श्रि की न्यूरोएनाटॉमी और माइक्रोस्कोपिक एनाटॉमी पढ़ाने में गहरी दिलचस्पी थी। उन्होंने सेल टिश्यूज एंड ऑर्गन्स, डेवलपमेंटल न्यूरोसाइंस और इंटरनेशनल जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस, नैनोमेडिसिन, पीएलओएस वन; इंटरनेशनल जर्नल ऑफ नैनोमेडिसिन, एशियन पैसिफिक जर्नल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन, इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एप्लाइड बायोलॉजी एंड फार्मास्युटिकल टेक्नोलॉजी, एक्सपेरिमेंटल एंड टॉक्सिकोलॉजिकल पैथोलॉजी, एप्लाइड माइक्रोबायोलॉजी जैसी पत्रिकाओं के लिए कई पेपर लिखे।
उन्हें 1995 में जेएनएमसी में एक सीनियर रेजीडेंट के रूप में नियुक्त किया गया था और बाद में क्रमशः 1997, 2003 और 2009 में उन्हें लेक्चरर, रीडर और प्रोफेसर के पदों पर पदोन्नति मिली।
प्रोफेसर मोबशिशर ने जेएलएनएमसीएच, भागलपुर से एमबीबीएस और एमएस जेएनएमसी, एएमयू से (एनाटॉमी) की डिग्री प्राप्त की।
उनके परिवार में पत्नी, प्रोफेसर फरीदा अहमद (फार्माकोलॉजी विभाग, जेएनएमसी), बेटी और बेटा हैं।