दिल्ली की एक अदालत ने मानवीय अधिकार पर आरोपी सुल्ली डील्स (Sulli Deals) और बुल्ली बाई (Bulli Bai) ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले ओंकारेश्वर ठाकुर (Aumkareshwar Thakur) और नीरज बिश्नोई (Niraj Bishnoi) को जमानत मिल गई है.
आजतक के तनसीम हैदर की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार, 28 मार्च को जमानत देते समय कोर्ट ने कहा,
अदालत ने बड़े शर्तों के साथ बेल देने की अनुमति दे दी है कोर्ट ने कहा दोनों आरोपी जमानत अवधि के दौरान कोई देश छोड़कर नहीं जाएगा और जब बुलाया जाए तो उन्हें तुरंत पेश होना होगा और जांच अधिकारी को अपनी लोकेशन की जानकारी देनी होगी और किसी भी पीड़ित से संपर्क करने का प्रयास नहीं किया जाएगा।
सुल्ली डील्स और बुल्ली डील्स एक तरह का ऐप जो आरोपी द्वारा बनाया गया जिसमें मुस्लिम महिलाओं के अनुमति के बगैर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया जिसमें कई पत्रकार और एक्ट्रेस हैं और इसकी शिकायत नोएडा और दिल्ली पुलिस से की गई। और सबसे पहले मुंबई पुलिस ने f.i.r. दर्ज की।
ओंकारेश्वर BCA का स्टूडेंट है. कथित तौर पर वह ही Sulli Deal ऐप का मेन क्रिएटर है. जबकि नीरज बिश्नोई भोपाल के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से बीटेक कर रहा है. दिल्ली पुलिस के साइबर सेल का दावा है कि नीरज बिश्नोई ही बुल्ली बाई ऐप मामले में मुख्य साजिशकर्ता है.
आज के दौर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों के दिमाग में इतनी गंदगी है इतनी नफरत है जहां एक तरफ देश का संविधान महिलाओं को अधिकार देने की बात करता है वहीं दूसरी तरफ उस महिलाओं की बोली लगाई जाती है और कोर्ट यह कहकर बस जमानत दे देता है कि यह पहला अपराध है यह सोचने का विषय है।