नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने फ़ेस्बुक पर लिखेर सेंदेश दिया के हम ईश्वर से मरहूम शहाबुद्दीन साहब की मग़फ़िरत की दुआ करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उन्हें जन्नत में आला मक़ाम मिले। उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। राजद उनके परिवार वालों के साथ हर मोड़ पर खड़ी रही है और आगे भी रहेगी।
इलाज़ के सारे इंतज़ामात से लेकर मय्यत को घरवालों की मर्ज़ी के मुताबिक़ उनके आबाई वतन सिवान में सुपुर्द-ए-ख़ाक करने के लिए मैंने और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वयं तमाम कोशिशें की, परिजनों के सम्पर्क में रहें लेकिन सरकार ने हठधर्मिता अपनाते हुए टाल-मटोल कर आख़िरकार इजाज़त नहीं दिया।
अंत तक शासन-प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देकर अड़ियल रुख़ बनाए रखा। पोस्ट्मॉर्टम के बाद पुलिस प्रशासन उन्हें कहीं और दफ़नाना चाह रहा था लेकिन काफ़ी कोशिशों के बाद कमिशनर से बात कर परिजनों द्वारा दिए गए दो वैकल्पिक स्थानों में से एक ITO क़ब्रिस्तान की अनुमति दिलाई गयी। ईश्वर मरहूम को जन्नत में आला मक़ाम दें और मग़फ़िरत फ़रमाये।
लेकिन साहब समर्थक तेजस्वी और राजद पार्टी के रविये से नाराज़।
दिल्ली के ITO कब्रिस्तान में जनाजे की नमाज़ के बाद सुपुर्द खाक हुए बिहार के गरीबों के भगवान पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब।
समाचार एजेंसी पीटीआई से तिहाड़ जेल के डीजी ने बताया है कि मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब का कोविड से संक्रमित होने के बाद दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में इलाज चल रहा था.
राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सासंद मोहम्मद शहाबुद्दीन साहब की शनिवार को दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी .