अलीगढ़। आज 15 नवंबर 2021 से लापता पान दरीबा निवासी नाहर सिंह की लाश अतरौली से बरामद हुई।
सूचना मिलते ही समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने परिजनों से संपर्क किया और पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर ढांढस बंधाया। इस घटना से आहत पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह खान ने कहा कि नाहर सिंह ने अगवा होने से 3 महीने पहले ही अपनी जान के खतरे को भाँप कर पुलिस को लिखित में सूचना दी, और अपने जीवन रक्षा की गुहार लगाई। लेकिन पुलिस ने नाहर सिंह के पत्र को गंभीरता से नहीं लिया। उसके बाद, 15 नवंबर से लापता नाहर सिंह को ढूंढने के लिए परिजनों के साथ पुलिस अधिकारियों से मिला पूरी बात रखी।
नाहर सिंह के द्वारा लिखित पत्र की पूरी जानकारी दी। अगवा होने वाले दिन नाहर सिंह के फोन पर आई हुई कॉल की पूरी जानकारी दी। परंतु फिर भी पुलिस ने इस प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया और लापरवाही करती रही। आज नाहर सिंह की मिली लाश मात्र 15 दिन पुरानी है। और मैं 1 महीने से पुलिस से बार बार कह रहा था। अगर वक्त रहते पुलिस गंभीर हो जाती तो नाहर सिंह की जान बच जाती। बड़ा दुख होता है, कि एक इंसान अपनी जान बचाने के लिए पुलिस से मदद मांगता रहा और पुलिस लापरवाह बनी रही।
इस गंभीर प्रकरण में पुलिस के हाईटेक होने पर थी भरोसा नहीं होता। भाजपा सरकार में योगी जी की हाईटेक पुलिस अलीगढ़ क्षेत्र में ही मौजूद लापता नाहर सिंह को 1 महीने में भी तलाश नहीं कर पाई। जबकि नाहर सिंह का मोबाइल, उस पर आई हुई कॉल और 3 महीने पहले पत्र में खुद नाहर सिंह द्वारा अपनी जान के दुश्मनों का पूरा ब्यौरा लिखकर पुलिस को दिया गया था। उसके बाद भी नाहर सिंह की जान पुलिस नहीं बचा पाई। नाहर सिंह की जान लेने वालों ने आखिर उसकी जान लेकर ही छोड़ा।
पुलिस कुछ ना कर सकी। पुलिस के उच्चाधिकारियों को इस प्रकरण में गंभीरता से सोचना होगा। और जांच करानी होगी कि इसमें कौन-कौन दोषी है। इस मौके पर पूर्व विधायक ने यह भी कहा कि मुझे न्यायपालिका से पूरी उम्मीद है कि नाहर सिंह के परिजनों को इंसाफ मिलेगा। नाहर सिंह की जान लेने वालों को कानून सख्त से सख्त सजा देगा।
इस मौके पर मृतक नाहर सिंह के परिवारीजन प्रवीण, प्रेमपाल, रामकुमार, रमेश, अनीस मलिक, आरिफ, इमरान खान, आदि लोग मौजूद थे.