उपचुनाव नतीजे- जहाँ चारो ओर देश में एक तरफ धनतेरस का उत्साह जगा था तो वही दूसरे तरफ उपचुनाव के नतीजे का बेसबरी से इंतज़ार था। जैसा कि हम सभी जानते है कि उपचुनाव के नतीजे को मंगलवार को घोषित किया गया है, जिसमें कही कोई खुश तो कही कोई निराश।
30 में से 16 सीटों पर NDA 8 पर Congress 4 पर TMC ने कब्जा जमाया जबकि 2 सीटों पर अन्य दूसरी पार्टियों ने जीत दर्ज की वहीं 3 लोकसभा सीटों में दादरा और नगर हवेली पर शिवसेना हिमाचल प्रदेश की मंडी पर कांग्रेस और मध्य प्रदेश की खंडवा सीट पर BJP पर बीजेपी ने जीत हासिल की उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी।
कौन से प्रदेश में मिली किसको जीत
West Bengal: ममता बनर्जी ने चुनौती देने वाली भाजपा को दी बड़ी हार क्योंकि उनकी सत्तारूढ़ TMC ने सभी चार विधानसभा सीटों पर 75 प्रतिशत वोट शेयर के साथ जीत हासिल की, मार्च-अप्रैल राज्य चुनावों में हार के बाद से भाजपा पार्टी को और अधिक अपमान और चोट लगी, जब वह मुख्य विपक्ष के रूप में मजबूती से हार गई लेकिन असफल रही उसे बेदखल करने के लिए।
बंगाल की दिनहाता और गोसाबा सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की
CM ममता बनर्जी ने ट्वीट कर अपने पार्टियों को जीत की ढेर सारी बधाई दी. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ममता बनर्जी को जीत की ढेर सारी बधाई दी और कहा कि जरूरत पड़ने पर हम हर एक सहयोग बंगाल सरकार को प्रदान करेंगे।
Bihar: बिहार की तारापुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जदयू ने जीत दर्ज की है. जदयू प्रत्याशी राजीव कुमार 3821 मतों के अंतर से जीते हैं। इस सीट पर राजद लंबे समय से आगे चल रही थी। शाम करीब चार बजे राजद प्रत्याशी पिछड़ गए। इसके बाद वह बढ़त नहीं ले पाए और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जनता दल (यूनाइटेड) ने बिहार में कुश्वावरस्थान सीट जीती है।
दरभंगा के कुशेश्वस्थान विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनडीए समर्थित जदयू के प्रत्याशी अमन भूषण हजारी ने राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार गणेश भारती को हरा दिया।
वही उपचुनाव में हार के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने मजबूती से चुनाव लड़ा. हम जनादेश का सम्मान करते हैं। हमने अच्छी लड़ाई लड़ी, जो सत्ता में बैठ कर गांव का हाल भूल गए थे, उन्हें विकास की याद दिला दी. हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं था, तारापुर में भी हमें अच्छी बढ़त मिली। हम ऐसी संवैधानिक संस्था का सम्मान नहीं करेंगे तो कौन करेगा? जहां हंगामा हुआ वहां आवाज उठाई, लेकिन इतना तय है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है।
हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में जोरदार जीत के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस जिस तरह जीती है, उससे पता चलता है कि बीजेपी के खिलाफ विरोध बढ़ रहा है. इसका यूपी में जबरदस्त असर होगा। प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को कमाल की ताकत बना दिया है. सरकार के पास दिखाने के लिए आंकड़े नहीं हैं, जीडीपी के आंकड़े फर्जी हैं. केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत खराब कर जनता की जेबें लूटना शुरू कर दिया है. अब यह देखना काफी रोमांचक होगा कि आखिर यह जीत कांग्रेस को उत्तर प्रदेश मैं होने वाले विधानसभा चुनाव में कितना फायदा दिलाएगी.
वहां मंडी लोकसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस की प्रतिभा सिंह ने बीजेपी के कौशल ठाकुर को हराया था. हिमाचल की तीन विधानसभा सीटों के लिए भी मतदान हुआ था। कांग्रेस ने उन पर भी जीत हासिल की। प्रतिभा सिंह 8,766 मतों से जीतीं। पिछले चुनाव में बीजेपी ने यह सीट 3.89 लाख वोटों से जीती थी।
राजस्थान: कांग्रेस ने धरियावाड़ विधानसभा सीट जीत ली है।
हरियाणा: यहाँ की एलेनाबाद विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे में एक बार फिर अभय सिंह चौटाला जीते हैं। उन्होंने 6739 मतों से जीत हासिल की। सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन ने एलेनाबाद विधानसभा सीट से गोविंद कांडा और कांग्रेस के पवन बेनीवाल को टिकट दिया था। अभय सिंह को 65430 वोट मिले। वहीं दूसरे स्थान पर गोबिंद कांडा को 58857 वोट मिले, जबकि तीसरे स्थान पर पवन बैनीवाल को 20682 वोट मिले.
जीतने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने पटाखे जलाकर मनाई खुशी।
कर्नाटक: यहां के उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस ने एक-एक सीट पर जीत दर्ज की है। कर्नाटक की सिंदगी सीट पर बीजेपी के भुसानुर रमेश बलप्पा ने जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को 31185 वोटों से हराया
तेलंगाना: यहाँ के हुजूराबाद से आज बीजेपी प्रत्याशी ने जीत हासिल कर ली है. जीत के बाद
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता जी किशन रेड्डी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी टीआरएस ने इस चुनाव को जीतने के लिए किसी तरह सत्ता का दुरुपयोग किया, करोड़ों रुपये खर्च किए है।
मध्य प्रदेश: यहाँ के विधानसभा उपचुनाव में पृथ्वीपुर और जॉब जोबट सीट पर भाजपा जीती वही रायगांव सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। मध्य प्रदेश की ये विजय चमत्कारी है क्योंकि पृथ्वीपुर और जोबट विधानसभा कांग्रेस का अवैध गढ़ रही हैं। बीजेपी का जीतना मध्य प्रदेश की राजनीति में चमत्कार से कम नहीं है। ये जनता के प्यार और विश्वास का प्रतीक है: म.प्र.उपचुनाव में BJP के 2 सीट जीतने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान।
नागालैंड: यहाँ के उपचुनाव कराने वाले इकलौते विधानसभा क्षेत्र शामटोर चेसोर में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी ने जीत हासिल की।
असम: असम में, जिन पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, वे सभी भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने जीती हैं। इनमें से बीजेपी को तीन सीटें मिली हैं, जबकि उसकी सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को तीन सीटें मिली हैं. भाजपा के फणी तालुकदार, रूपज्योति कुर्मी और सुशांत बोरगोहेन ने क्रमश: भबनीपुर, मरियानी और थोरा सीटों पर अपनी पकड़ बरकरार रखी। यूपीपीएल उम्मीदवारों में गोसाईगांव से जिरोन बसुमतारी और तमालपुर से जोलेन दैमारी ने जीत हासिल की है।
मिज़ोरम: मिजोरम के तुइरियल उपचुनाव में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने जीत हासिल की
चुनाव आयोग के अनुसार, सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने मंगलवार को मिजोरम की तुइरियाल विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कुल 14,593 मतों में से 39.96 प्रतिशत हासिल कर जीत हासिल की।
चुनाव आयोग ने कहा कि एमएनएफ उम्मीदवार के लालदावंगलियाना ने जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी लालतलानमाविया को 1,284 मतों के अंतर से हराया।
लालदावंगलियाना को 5,820 वोट मिले, जबकि लालतलानमाविया को 4,536 वोट (31.15 फीसदी) मिले।
कांग्रेस उम्मीदवार चालरोसंगा राल्ते 3,927 वोट (26.96 फीसदी) हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे और बीजेपी उम्मीदवार के लालदिंथरा सिर्फ 246 वोट हासिल कर पाए, जो कुल वोटों का 1.68 फीसदी है।
मिजोरम के मुख्यमंत्री और एमएनएफ अध्यक्ष जोरमथांगा ने उपचुनाव जीतने पर लालदावंगलियान को बधाई दी।
इन विधानसभा सीटों पर हुए है उपचुनाव
हाल ही में चुनाव आयोग ने असम, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, बिहार, राजस्थान, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम और तेलंगाना की विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराए थे, जिनकी गिनती इस प्रकार है। आज हो रहा है।
चुनाव आयोग का बड़ा फैसला
कोविड के हालात को देखते हुए चुनाव आयोग ने उपचुनाव में विजेताओं के विजय जुलूस पर रोक लगा दी है. आयोग ने जीत का प्रमाण पत्र लेते हुए केवल दो समर्थकों को विजयी उम्मीदवार के साथ ले जाने की अनुमति दी है।
By: Ankita Kumari