8 October 1932 को वायुसेना की स्थापना की गई थी इसीलिए हर साल 8 October को वायुसेना दिवस मनाया जाता है। आज भारतीय वायुसेना का 89वां स्थापना दिवस है।
इस साल भारत पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरे होने पर भारतीय वायुसेना इस बार विजय वर्ष के तौर पर भी मना रही है। आज Delhi – NCR के आसमान में वायु सेना की शक्ति दिखेगी, जिसका आगाज हो चुका है।
इस साल का आकर्षण का केंद्र है राफेल, तेजस, जगुआर, मिग-29 और मिराज 2000 ये सब लड़ाकू विमान अपनी ताकत के साथ अपना करतब दिखाते नजर आएंगे। और साथ ही वायुसेना के सबसे उन्नत लड़ाकू विमान सुखोई, राफेल, मिराज, जगुआर और मिग-21 बाइसन को डिस्प्ले में लगाया जाएगा। हेलीकाप्टर में चिनूक और अपाचे के भी डिस्प्ले भी लगे है।
एयर चीफ मार्शल V R Chaudhary ने हिंडन एयरबेस पर 89वें स्थापना दिवस पर वायुसेना दिवस परेड का Inspection भी किया।
वायुसेना प्रमुख Air chief Marshal V R Chaudhary, नौसेना प्रमुख Karambir Singh, सेना प्रमुख Jornoul Manoj Mukund Narvade, Chief of Defence Staff Journal Vipin Rawat मौजूद हैं।
वायुसेना दिवस का इतिहास: देश के स्वतंत्र होने से पहले वायुसेना को रॉयल इंडियन एयर फोर्स ( RIAF) कहा जाता था। आजादी के बाद वायुसेना के नाम में से “रॉयल” शब्द को हटाकर सिर्फ “इंडियन एयरफोर्स” कर दिया गया था। 1 April 1933 को वायुसेना का पहला Group बना जिसमें 6 आएएफ-ट्रेंड ऑफिसर और 19 हवाई सिपाहियों को शामिल किया गया था।
भारतीय वायुसेना का Motto “Touch the sky with Glory”
‘नभ: स्पृशं दीप्तम’ है। इसे गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है। महाभारत के युद्ध के दौरान कुरूक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश का एक अंश है।
रफ़्तार थोड़ी धीमी ही सही,
पर उड़ान हमेशा ऊंची रहें।
वायु सेना दिवस की खुशी,
हम सब भारतीयों में रहे।
By: Tanwi Mishra
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