जहां एक तरफ पूरा देश महंगाई से परेशान है उसके बावजूद विपक्षी पार्टियों में से बड़ी विपक्ष कॉन्ग्रेस कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही है, बल्कि हालत दिन पर दिन और बदतर होती जा रही है हाल ही में उत्तर प्रदेश के रायबरेली की विधायक अदिति सिंह कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया यह तब हुआ जब कुछ ही वक्त हुए जब कांग्रेस के स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने महिलाओं को टिकट देने और उन को मजबूत करने की बात कही थी.
पूर्व मुख्यमंत्री मेघालय मुकुल संगमा के 17 कांग्रेसी विधायक में से बारा के साथ तृणमूल कांग्रेस में विलय कर लिया. हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस नेताओं की दलबदल करने के बाद तृणमूल कांग्रेस मजबूत हो गई है और राज में प्रमुख विपक्षी दल के उभरते सामने आई है.
तृणमूल कांग्रेस आने वाले त्रिपुरा और गोवा के विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपने आप को मजबूत करने की कोशिश कर रही है.
मंगलवार को ममता बनर्जी ने अपने पार्टी तृणमूल कांग्रेस में महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए जिसमें टीएमसी हरियाणा और पंजाब में अपने पैर जमाने में सफल हुई.
पूर्व दिग्गज भारतीय क्रिकेटर एवं कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ममता बनर्जी के तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए.
अन्य नेता शामिल होने वाले जिसमें सुष्मिता देव लुइजिन्हो फ्लोरियो और अभिजीत मुखर्जी जो कि तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए.