नरेंद्र तोमर केंद्रीय कृषि मंत्री की कुर्सी पर किसानों को बचाने नहीं बेचने के लिए बैठे हैं
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को किसानों की पीड़ा नजर नहीं आती नहीं तो वो खिरिया बाग धरनारत किसानों की पीड़ा सुनने जरूर आते
एयरपोर्ट विस्तारीकरण के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन पर नरेंद्र तोमर के किसान विरोधी बयान की तीखी आलोचना करते हुए उन्हें किसान विरोधी कहा गया
खिरिया बाग, आज़मगढ़ 27 जनवरी 2023. खिरिया बाग आंदोलन के 107 वें दिन धरना जारी रहा. धरने स्थल पर 6 साल के बच्चे कृष्णा जिसकी 27 जनवरी 2016 को नफरत की वजह से हत्या हो गई थी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. कृष्णा के पिता हीरालाल यादव ने कहा कि जिस नफरत ने मेरे बेटे की जान ली उस नफरत को खत्म करने के लिए आजीवन संघर्षरत रहूंगा.
वक्ताओं ने कहा कि आज़मगढ़ आए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को किसानों की पीड़ा नजर नहीं आती नहीं तो वो खिरिया बाग किसानों की पीड़ा सुनने जरूर आते. एयरपोर्ट विस्तारीकरण के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन पर नरेंद्र तोमर के किसान विरोधी बयान की तीखी आलोचना करते हुए उन्हें किसान विरोधी कहा गया. कृषि प्रधान देश का कृषिमंत्री यह बोले कि विकास सड़क से ही होकर आता है यह किसानों को गाली है.
देश की खुशहाली खेतों-खलिहानों से आती है न कि जनता को उजाड़कर एक्सप्रेस वे और हवाई अड्डे से आती है. कोरोना महामारी और बढ़ते खाद्य मूल्य के दौर में कृषि मंत्री की चिंता खाद्य संकट न होकर जमीन छीनने वाली परियोजना हो तो समझ लेना चाहिए की नरेंद्र तोमर कृषि मंत्री की कुर्सी पर किसानों को बचाने नहीं बेचने के लिए बैठे हैं. 2019 का वर्ष सबसे अधिक कुपोषित लोगों साल था.
देश में 14.8 प्रतिशत जनसंख्या कुपोषित है. कृषि मंत्री को जानना चाहिए कि भारत को विकसित राष्ट्रों की सूची में शामिल होना है तो उसे अपनी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी. खिरिया बाग जमीन न देने का आंदोलन देश की खेती-किसानी बचाने का आंदोलन है जिसका ऐलान है कि सरकारें जमीन छीनकर खाद्य संकट न खड़ा करें.
धरने को किसान नेता वीरेंद्र यादव, राजीव यादव, रामनयन यादव, दुखहरन राम, विनोद यादव, अवधेश यादव, निशांत, किस्मती, पुष्पा, फूलमती, सुनीता ने संबोधित किया. अध्यक्षता नरोत्तम यादव और संचालन राहुल यादव ने की.