उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 जहां अखिलेश यादव के नेतृत्व में लड़ा गया चुनाव समाजवादी को बढ़त तो हुई पर बहुमत ना मिलने की वजह से सरकार बनाने में असमर्थ रही।
वहीं बीजेपी को 255 सीटों के बहुमत के साथ सरकार बनाने का मौका मिला।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद आजमगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सांसद सीट को छोड़ दिया और वही रामपुर से दसवीं बार विधायक चुने गए आजम खान ने भी रामपुर लोकसभा की सीट छोड़ दी।
समाजवादी पार्टी में मौजूदा मुलायम सिंह यादव के बाद आजम खान सबसे वरिष्ठ नेता है।
कथित तौर पर आरोप है कि राजनीति साजिश के तहत आजम खान के ऊपर 87 मुकदमे किए गए और अभी 86 में उन्हें जमानत मिल गई है हाई कोर्ट की तरफ से और एक फैसला भी आना बाकी रह गया है, और उनकी पत्नी तंजीम फातिमा के खिलाफ 34 और बेटे अब्दुल्लाह आज़म के खिलाफ 43 मुकदमे विचाराधीन हैं जिसमें सारे मुकदमे में अब्दुल्लाह आजम और उनकी मां तंजीम फातिमा को जमानत मिल गई है।
दसवीं बार चुने गए विधायक के तौर पर आजम खान समाजवादी सरकार के दौरान चार बार कैबिनेट मंत्री और नेता प्रतिपक्ष, राज्यसभा सदस्य भी रहे हैं।
आपको बता दें आजम खान 2019 में लोकसभा चुनाव रामपुर से जीते थे जिसके बाद उनके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हुए थे।
रामपुर के और देश के छात्रों के लिए उन्होंने एक मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी भी कायम की।
आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम रामपुर सवार से विधायक 2017 और 2022 में गए।
तंजीम फातिमा पहले राज्यसभा सदस्य थी आजम खान के रामपुर शहर के सीट छोड़े जाने पर रामपुर शहर विधायक बनी।
आजम खान लोकसभा सीट रामपुर की छोड़ने के बाद ऐसा उम्मीद लगाई जा रही है के तंजीम फातिमा को उप चुनाव में उतारा जा सकता है।
प्रमोद स्पीकर पद की दौड़ में आजम खान का नाम भी सबसे आगे चल रहा है हालांकि जेल में होने की वजह से उम्मीद कम लग रही है।