जेल से रिहा होने के बाद आजम खान ने कहा जुल्म तो अपनों ने भी किया है

816 दिन यानी 27 महीने या फिर 2 साल बाद उत्तर प्रदेश के दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री 10 बार के विधायक आजम खान को 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी जिसके बाद शुक्रवार को सुबह जेल सीतापुर से रिहा होकर रामपुर पहुंचे जहां समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया और फूल बरसाए लंबी काफिला और समर्थकों का हुजूम मौजूद रहा.

आजम खान के समर्थकों के हुजूम ने बता दिया अभी आजम खान को उत्तर प्रदेश की राजनीति सियासी सफर में अभी और आगे जाना है वरना ऐसी हालात में अक्सर समर्थक साथ छोड़ देते हैं पर लगा नहीं होगा आजम खान को कि उनके बाहर निकलते ही सैकड़ों गाड़ी का काफिला और समर्थकों का हुजूम और कई नेता उनके रिहाई के दौरान मौजूद होंगे उनकी रिहाई के दौरान प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ही दिखे.

आजम खान जेल से रिहा होने के बाद रामपुर पहुंचने तक मीडिया से बातचीत करने से बचते रहें पुलिस किस भारी सुरक्षा के बीच और उनके प्राइवेट सुरक्षा द्वारा सही सलामत रामपुर पहुंचाया गया.

और आजम खान रामपुर पहुंचते ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात कही उन्होंने कहा कि जो हुआ उसे भूल नहीं सकते उन्होंने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके परिवार के साथ जो जो जुल्म हुए हैं उन्हें भुलाया नहीं जा सकता है

आजम खान ने भावुक अंदाज में बात करते हुए कहा कि मेरे रामपुर शहर को उजाड़ दिया गया और मेरा सियासी सफर 40 साल का बेकार नहीं जाएगा और रामपुर का वक्त फिर लौटकर आएगा.

जेल में उन्होंने किस तरह से समय बिताया, इस बारे में बात करते हुए आजम ने कहा कि, रात होती थी तो सुबह और सुबह होती थी तो रात का इंतजार करते थे. मुझे सजायाफ्ता कैदी की तरह जेल में रखा गया.

आजम खान ने अपने जेल के जिंदगी के बारे में कहां की जब सुबह होती थी तो रात का इंतजार रहता था और मुझे सजायाफ्ता कैदी की तरह जेल में रखा गया प्रताड़ित किया गया.

अपने बातचीत के दौरान आज़म खान ने तो किसी का नाम नहीं लिया पर उन्होंने इशारों इशारों में बहुत कुछ कह दिया उन्होंने कहा कि ज्यादा जुल्म तो मेरे अपनों ने ही किए हैं और आजम खान का यह बयान सियासत से जोड़कर अखिलेश यादव के विरुद्ध देखा जा रहा है.

रामपुर जिला के सीमा पर यूपी पुलिस ने आजम खान के काफिले को करीब 20 मिनट के लिए रोक दिया पुलिस ने काफी लोग में सैकड़ों गाड़ी देख हाथ जोड़ लिए और कहा गया कि 5 गाड़ियों के काफिले के साथ ही आजम खान अपने घर जाएं और आजम खान ने प्रशासन को कॉर्पोरेट करते हुए बात मान लिया और आजम का स्वागत हुआ और समर्थकों ने फूल बरसाए.

आजम आजम खान ने बातों ही बातों में कहा की जेल में एक दरोगा द्वारा हमें एनकाउंटर की धमकी दी गई और मैंने कहा कि मेरे ईमानदारी पर कोई शक नहीं है और मुझे सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिला.

आजम खान ने कहा के रामपुर को उजाड़ने की कोशिश की गई और यहां की तारीख ही चीजों को तोड़ना मोड़ने की कोशिश नाकाम रही और जो भी मेरे साथ जुल्म हुआ वह किसी से छुपा नहीं है और मैं रामपुर वालों का शुक्रिया अदा करता हूं कि वह हर वक्त हम लोगों के साथ रहे.

आजम खान के रिहाई के बाद जहां एक तरफ विरोधी कह रहे हैं कि अखिलेश मुलायम परिवार और आजम खान परिवार के रिश्ते पहले जैसे नहीं रहे लेकिन आजम खान के रिहाई के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट करके सनसनी मचा दिया उन्होंने सपा नेता आजम खान के रिहा होने पर ट्वीट करते हुए लिखा कि झूठ के लम्हे होते हैं सदिया नहीं अखिलेश यादव ने आजम की रिहाई का स्वागत करते हुए लिखा कि जमानत के फैसले से सुप्रीम कोर्ट ने न्याय को नई दिशा दी है और यादव ने उम्मीद जताते हुए कहा कि मुझे ऐतबार है कि आजम खान अन्य झूठे मामलों में बाइज्जत बरी होंगे.

आजम खान के लिए सबसे पहले ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आवाज उठाई थी जिसके बाद अखिलेश यादव को रामपुर से साइकिल यात्रा निकालनी पड़ी।

आजम खान जब रिहा हुए तो उनके दोनों बेटे साथ में थे और साथी शिवपाल यादव भी मौजूद और यह उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया रुख ले सकता है।

 

https://hindrashtra.com/what-was-printed-about-azam-khan-on-samajwadi-bulletin-page-no-45/

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