बेदारी कारवां अध्यक्ष नजरे आलम ने बताया कि RSS संचालक मोहन भागवत का देश में क्या है योगदान, जो उसे सुरक्षा दिया हुआ है, उसकी बातों को देश के मुठ्ठी भर संघी मानसिकता वाले लोग राष्ट्रहित में कैसे पेश करता हैं। ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं चलाया जाता?
एक आतंकी संगठन जिसे पहले ही बैन्ड क्या जा चुका है मोदी सरकार और मिडिया उसके विवादित ब्यान को देश में फैलाकर आतंकवाद को बढ़ावा क्यों दे रही है?
भाजपा 2024 का चुनाव जीतने के लिए अब पीएफआई का इस्तेमाल कर रही है, कर दो बैन अगर देश विरोधी गतिविधि करती है तो, भाजपा आरएसएस और मोहन भागवत को क्यों दुध पिला रही है, सरकार देश विरोधी और गांधी जी के हत्यारे आरएसएस संगठन को बैन्ड क्यों नहीं करती? दम है तो मोहन भागवत जो देश के लिए खतरा है उसे जेल में डाले, सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा हमला अच्छा नहीं लगता।
बेदारी कारवां अध्यक्ष नजरे आलम बताते हैं कि मुसलमान न कभी किसी से डरा है न डरेगा, न किसी आतंकी संगठन की भारतीय मुसलमानों ने समर्थन क्या है और न ही मुसलमानों को कभी आतंकी संगठन की जरुरत पड़ी है। भारतीय मुसलमानों ने कभी भी भाजपाईयों की तरह गांधी जी के हत्यारे और देश विरोधी काम करने वाले आतंकी संगठन RSS जैसे संगठन की हिमायत नहीं क्या॓?
बेदारी कारवां अध्यक्ष नजरे आलम ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि दोहरी और दोगली निति बंद कर देश के लिए खतरा ऐसे सभी संगठनों पर अविलंब कानूनी कार्रवाई करे, अन्यथा भारतीय मुसलमान यही समझेगा के भाजपा 2024 का चुनाव जीतने के लिए पीएफआई को लाकर हिन्दू-मुस्लिम मुद्दा बनाकर राजनीति फायदा उठाने के लिए ये सब करवा रही है।