अलीगढ़ 7 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग ने अपना 69वां स्थापना दिवस मनाया, जिसमें सफल छात्रों के लिए एक सम्मान समारोह और दो प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, विभाग के पूर्व छात्र और जामिया मिलिया इस्लामिया और कश्मीर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर तलत अहमद और आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर विक्रम विशाल के व्याख्यानों सहित एक कार्यशाला आयोजित की गई।
इस अवसर पर प्रोफेसर तलत अहमद ने लंबे समय के बाद अपने अल्मा मेटर का दौरा करने पर खुशी व्यक्त की और विश्वविद्यालय के शिक्षण वातावरण पर प्रकाश डालते हुए अपने छात्र जीवन की यादों को साझा किया। उन्होंने छात्रों में मजबूत मौलिक वैज्ञानिक ज्ञान को स्थापित करने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, जिसे उन्होंने शैक्षणिक और व्यावसायिक सफलता का आधार माना। प्रोफेसर विक्रम विशाल ने कहा कि उन्होंने हमेशा एएमयू को ज्ञान के स्रोत के रूप में सराहा है और सीखने के इस महान केंद्र का दौरा करना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा था।
उन्होंने ‘भूवैज्ञानिक संसाधन और सतत विकास’ पर एक कार्यशाला आयोजित की, जहाँ उन्होंने ‘डीकार्बोनाइजेशन के युग में भूविज्ञान का भविष्य’ और ‘जलाशय भूयांत्रिकी के मूल सिद्धांतों’ पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान की, जिससे छात्रों और शोधकर्ताओं के बीच इस विषय की गहरी समझ विकसित हुई।
अपने अध्यक्षीय भाषण में विज्ञान संकाय के डीन प्रो. सरताज तबस्सुम ने विभाग की प्रगति की सराहना की और छात्रों से अभिनव शोध पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।
इससे पूर्व, अतिथियों का स्वागत करते हुए विभाग के अध्यक्ष प्रो. राशिद उमर ने अतिथि वक्ताओं प्रो. तलत अहमद और प्रो. विक्रम विशाल का परिचय कराया और इस कार्यक्रम के लिए समय निकालने के लिए उनका धन्यवाद किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए, स्थापना दिवस समारोह के संयोजक प्रो. एम.ई.ए. मंडल ने विभाग के इतिहास और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया, जिसमें भूविज्ञान के क्षेत्र में अकादमिक उत्कृष्टता और योगदान की विरासत पर प्रकाश डाला गया।
इस अवसर पर शैक्षणिक सत्र 2024-25 में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। आयोजन सचिव डॉ. इफ्तिखार अहमद ने धन्यवाद ज्ञापन किया।