Amu News अलीगढ़, 16 अप्रैलः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के म्यूजियोलॉजी विभाग को मणिपुर यूनिवर्सिटी में ‘जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों व सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रभाव’ (एनसीआईसीसीएनआरसीएच 2025) पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिष्ठित पहचान मिली है। यह सम्मेलन इंटरनेशनल काउंसिल फॉर बायोडिटेरियोरेशन ऑफ कल्चरल प्रॉपर्टी (आईसीबीसीपी) के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में पर्यावरणीय बदलाव और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के आपसी संबंधों पर विद्वानों और विशेषज्ञों ने विचार साझा किए।
इस अवसर पर डॉ. दानिश महमूद और एमएससी म्यूजियोलॉजी के छात्र शफिउर रहमान को ‘बायोडिटेरियोरेशन एंड कंजरवेशन ऑफ कल्चरल प्रॉपर्टी’ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति पुरस्कार प्रदान किया गया। उनकी ऑनलाइन प्रस्तुति ‘नवाब मीर हमीदुल्लाह खान की कैनवस ऑयल पेंटिंग का संरक्षण और पुनर्स्थापन’ को अकादमिक गुणवत्ता के लिए विशेष सराहना मिली, जो एएमयू में किए जा रहे शोध कार्यों की उत्कृष्टता को दर्शाता है।
एक अन्य उपलब्धि में, डॉ. अमीजा जर्रिन और एमएससी म्यूजियोलॉजी के छात्र आसिफ फारूकी को ‘स्पर्शयोग्य और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति का पुरस्कार प्राप्त हुआ। उनके शोध ‘अलीगढ़ की पीतल कला का दस्तावेजीकरणः पारंपरिक शिल्प को संरक्षित करना’ ने स्थानीय सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान दिया।
म्यूजियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अब्दुरहीम के. ने सभी विजेताओं को बधाई दी और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के क्षेत्र में विभाग की निरंतर प्रतिबद्धता को दोहराया।