Amu News हजरत इमाम अली (अ.स.) की शहादत की मजलिस अली सोसाइटी द्वारा आयोजित

Amu News अलीगढ़, 28 मार्चः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की अली सोसाइटी ने बैतुस्सलात में हजरत इमाम अली (अ.स.) की शहादत की वार्षिक मजलिस का आयोजन किया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। इस यादगार कार्यक्रम ने हजरत इमाम अली (अ.स.) के जीवन, शिक्षाओं और बलिदानों को उजागर किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत कारी मोहम्मद अख्तर द्वारा कुरान की दिल को छू लेने वाली तिलावत से हुई, जिसके बाद उस्ताद हसन अली द्वारा मारसिया-ख्वानी का प्रभावशाली सत्र हुआ। काजिम रिजवी ने भावुक शेरों के माध्यम से हजरत इमाम अली (अ.स.) के बलिदानों के प्रति गहरे शोक और श्रद्धा को व्यक्त किया।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषता मौलाना सैयद जाफर रिजवी का प्रेरणादायक व्याख्यान था, जिसमें उन्होंने हजरत इमाम अली (अ.स.) की शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने उनकी स्थायी विरासत पर जोर दिया और व्यक्तिगत सशक्तिकरण और सामाजिक प्रगति के महत्व पर चर्चा की।

कार्यक्रम का समापन मोहम्मद अख्तर द्वारा दिल को छू लेने वाले नौहे के साथ हुआ, जिसने उपस्थित लोगों को गहरी सोच और समझ के साथ विदा किया।
डॉ. सैयद मोहम्मद असगर, संरक्षक, ने सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा, “यह वार्षिक आयोजन हजरत इमाम अली (अ.स.) की शिक्षाओं और बलिदानों को जीवित रखने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”

अली सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो. मजहर अब्बास ने कुलपति और मुख्य संरक्षक प्रो. नईमा खातून, संरक्षक डॉ. सैयद मोहम्मद असगर, उपाध्यक्ष प्रो. मोहम्मद मोहसिन, कोषाध्यक्ष डॉ. अली जाफर अब्दी और ऑडिटर प्रो. शाह मोहम्मद वसीम का मार्गदर्शन और सहयोग के लिए धन्यवाद किया।

उन्होंने कहा कि इस यादगार कार्यक्रम ने उपस्थित लोगों पर स्थायी प्रभाव छोड़ा और हजरत इमाम अली (अ.स.) के पुण्य कार्यों और अमर शिक्षाओं की गहरी समझ को बढ़ावा दिया।

अली सोसाइटी के छात्र समन्वयक, सैयद फैजुल हसन ने सभी का हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा, “इस आयोजन को सार्थक बनाने के लिए सभी की समर्पण और टीम वर्क भावना सराहनीय रही।”