राष्ट्रीय उलमा काउंसिल के प्रदेश सचिव मुबारक खान ने कहा जो इस्लाम में नहीं है वह इस्लाम में जोड़ कर इतना बढ़ाने की कोशिश की गई है जिससे हमें ही नुकसान का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि जहां हमारे मजहब में सादगी से निकाह करने की सलाह दी गई है लेकिन लोग बैंड बाजा और दहेज और आलीशान फंक्शन के नाम पर लाखों रुपए खर्च कर खुद को मुसीबत में डाल लेते हैं जिससे दो घर के बीच काफी तनाव देखने को मिलता है।
प्रदेश सचिव मुबारक खान ने कहा मेरे सभी सम्मानित साथियो आप सब के भरपूर प्यार और इज्जत से समाज मे एक स्थान दिया उसी शुरआत मे आज एक नई पहल के तहत बुंदेलखंड मे समाज दहेज जैसी मानसिकता का हनन करने बाली वीमारी को इंटीदोज देने जा रहे है जो काम किसी ने नही कर पाए वो हमेशा आपके बेटे,भाई ने किया है लिहाजा आप सभी भी इस पर पहल करे और एक साथ आए जिससे लवट्रप दहेज उत्पीड़न तीन तलाक जैसी अराजकता के खिलाफ खड़ा हुआ जा सके।
उन्होंने बताया कि सादगी से निकाह करने की पेशकश कर रहा हूं जो बुंदेलखंड की जनता के लिए प्रेरणादायक बनेगा और लोग दहेज ट्रिपल तलाक लड़की एक जैसी बीमारियों से बचा पाएंगे और कर्जा मुक्त भी होंगे सादगी से निकाह करना हमारे सुन्नत है और उसको मैं निभाऊंगा उन्होंने कहा हमारी जोड़ी के लिए दुआओ से नवाजे अल्लाह ने मौका दिया है जिसे हमे निभाना चाहिए कम खर्चे और दहेज़ के खिलाफ् बुंदेलखंड मे पहले निकाह की शुरुआत की है आप सभी की मोहब्बत का तलबगार हू दुआ की दरखारस्त है।