Amu News अलीगढ़ 4 जनवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर सैयद अली नदीम रेजावी और प्रोफेसर मानवेंद्र कुमार पुंडीर को भारतीय इतिहास कांग्रेस (आईएचसी) के सचिव और संयुक्त सचिव के रूप में फिर से चुना गया है, जबकि प्रोफेसर शिरीन मूसवी को संगठन के उपाध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया है। प्रोफेसर सैयद जाबिर रजा को कोषाध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया है, जबकि प्रोफेसर इरफान हबीब और डॉ शमीम अख्तर इसके सदस्य के रूप में कार्यकारी समिति में बने रहेंगे।
प्रोफेसर गौतम सेनगुप्ता, पूर्व महानिदेशक एएसआई और एक प्रसिद्ध पुरातत्वविद् ने प्रोफेसर आदित्य मुखर्जी से महासचिव का पदभार संभाला। प्रोफेसर रेजावी ने बताया कि चुनाव पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला, पंजाब में आयोजित भारतीय इतिहास कांग्रेस के 83वें सत्र के दौरान हुआ। उन्होंने बताया कि उद्घाटन सत्र में पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस, मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर रिचर्ड ईटन, पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के शैक्षणिक मामलों की डीन प्रोफेसर नरिंदर कौर मुल्तानी और डॉ. संजीव पुरी उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि आईएचसी सत्र में प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक और समकालीन भारतीय इतिहास, भारत के अलावा अन्य देशों के इतिहास और पुरातत्व से संबंधित छह एक साथ सत्र आयोजित किए गए और इसमें पंजाब के अतीत और वर्तमान पर चार विशेष दो दिवसीय पैनल, सामाजिक इतिहास के अध्ययन पर अलीगढ़ इतिहासकार सोसायटी पैनल, शहरी इतिहास पैनल और दलित इतिहास पैनल शामिल थे।
प्रोफेसर एससी मिश्रा मेमोरियल व्याख्यान प्रोफेसर योगेश स्नेही द्वारा दिया गया, जबकि प्रोफेसर सीमा बावा, डॉ. अंजलि गुहान गुलिया और प्रोफेसर उर्वी मुखोपाध्याय ने आईएचसी संगोष्ठी में व्याख्यान दिए। प्रोफेसर रेजावी ने बताया कि कांग्रेस के दौरान 885 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किए गए और आईएचसी के तीन दिवसीय सत्र में लगभग 1300 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। स्थानीय सचिव प्रोफेसर मुहम्मद इदरीस ने अपने युवा और उत्साही स्वयंसेवकों और वरिष्ठ शिक्षकों की टीम के साथ मिलकर कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग दिया।