अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भामोला स्थित हॉर्स राइडिंग की जमीन पर नगर निगम ने अपना बोर्ड लगा दिया है और उसने दावा किया है Amu से यह जमीन मुक्त कराई गई है।
हालांकि इस पर एएमयू प्रशासन ने कहा जमीन की सारी कागज मौजूद है और अलीगढ़ नगर निगम दावा कर रहा है बे बुनियाद है बोर्ड लगाने के एक दिन पहले दी थी सूचना जवाब देने तक का टाइम नहीं मिला।
सीनियर छात्र नेता सलमान कमर ने कहा अलीगढ़ नगर निगम द्वारा जो कुछ हो रहा है उसके खिलाफ हम लोग कल प्रोटेस्ट करेंगे और यह चेतावनी है कि एएमयू की जमीन पर अपनी निगाहें डालने से पहले अपना पेपर वर्क ठीक करें बिना किसी विशेष बातचीत के नगर निगम का यह रवैया सवालों के दायरे में आता है और उसके खिलाफ कल हम लोग प्रोटेस्ट करेंगे और मेरी छात्रों से भी अपील है और amu से जुड़े लोगों से इसमें हिस्सा लें और इसे कामयाब बनाएं।
छात्र नेता इमरान गाजी ने कहा वही अलीगढ़ नगर निगम दुरा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हॉर्स राइडिंग की जमीन अवैध तरीके से कब्ज की गई है। और ऐसे पहले भी अलीगढ़ नगर निगम लोगों की जमीन पर कब्जा किया है और फिर फटकार लगने के बाद छोड़ा है।
छात्र नेता इमरान गाजी ने कहा हम लोग कल इसके खिलाफ प्रोटेस्ट करेंगे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की जमीन का मालिक कोई एक नहीं है और इन सब के बीच में क्या हो रहा है ट्रांसपेरेंसी होनी चाहिए जिससे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से जुड़े हुए लोगों पता लगे कि आखिर चल क्या रहा है।
वही एएमयू छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष नदीम अंसारी ने कहा शर्मिंदगी हो रही है.भारत में लॉ की जानी मानी यूनिवर्सिटी और उसके सरे सर्वा भी लॉ डिपार्टमेंट के ही..
वो भी एएमयू हॉर्स राइडिंग क्लब की ज़मीन का केस हार गए… मालूम नहीं हार गए या फिर सांठ-गांठ करके साइड हो गए!
जिस ज़मीन पर हमारी दर्सगाह का 80 साल से क़ब्ज़ा था वह अचानक से नगर निगम की हो गई और किसी को कानोंकान खबर भी नहीं हुई।
एएमयू की प्रॉपर्टी पर दिन के उजाले में क़ब्ज़ा होता रहा और प्रॉपर्टी के रखवाले जो लाखों की सिर्फ सैलरी लेने के लिए रखे गए हैं वह आंख कान बंद कर लिए?
आखिर उनको इसमें क़ब्ज़ा करवाने में कितना हिस्सा मिला है बताएँ वरना याद रखना यह अज़ीम दर्सगाह पर करोड़ों लोगों की दुआएं भी हैं और सर सैय्यद की रूह भी शामिल है जिसे आसानी से हज़म नहीं कर पाओगे।
AMUSU छात्रसंघ पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा United we stand divided we fall
हम सब एएमयू एलुमनाई और मौजूदा छात्रों की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है कि एएमयू की इज़्ज़त और उसकी बक़ा के लिए हर तरह से मुस्तैद रहना पड़ेगा। हम ज़मीन पर भी लड़ेंगे, कोर्ट में भी लड़ेंगे, आँख में आँख मिलाकर लड़ेंगे, हम डरने वालों में नहीं हैं।
2 मई 2025 शाम 5:30 बजे मौलाना आज़ाद लाइब्रेरी कैंटीन से बाब-ए-सैय्यद तक एएमयू की 1.26 अरब रुपये की अस्सी साला ज़मीन पर नगर निगम द्वारा क़ब्ज़ा किये जाने के ख़िलाफ़ एहतिजाज है।
जिसमें वहाँ मौजूद सब लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और एएमयू एडमिनिस्ट्रेशन के लोगों से बोलें कि कुर्सी पर बैठने का हक़ अब आपका नहीं है क्योंकि आपने देखते हुए क़ब्ज़ा करवाया है इस दुस्साहस में पूरे के पूरे शामिल हो!
छात्र नेताओं ने इसकी खोजबीन शुरू कर दी है कि पूरा मामला क्या है उन्होंने कहा कि अलीगढ़ निगम अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की ही जमीन नहीं जहां-जहां भी अवैध कब्जा किया है अब उसके खिलाफ सबूत जुटाए जाएंगे और उसे पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि भविष्य में भी पहले ऐसा हो चुका है कि कब्जा किया गया और कब्ज़ा छोड़ गया।