Amu Non Teaching Staff Protest 2690 कर्मचारियों का amu registrar और Amu Finance Officer के खिलाफ धरना प्रदर्शन उनकी मांग कई रूपों में है अलग-अलग लेवल के अलग-अलग कर्मचारी और उनके अलग-अलग मांग जो उनका दावा है की आधिकारिक तौर पर उन्हें मिलना चाहिए जो गवर्नमेंट के तरफ से मिल रहा है पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के तरफ से हम लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है जिसके पूरे तौर पर जिम्मेदार फाइनेंस ऑफिसर और रजिस्टर है।
Amu Aligarh News अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगातार फंड की वजह से क्राइसिस रहती है हालांकि आधिकारिक तौर पर यह बात सामने नहीं आती है लेकिन और यूनिवर्सिटी से मुकाबला किया जाए तो यह कमी साफ-साफ दिखाई देगा।1290 Adhoc कर्मचारी और 1400 डेली वेज कर्मचारी की मांग अलग अलग है तकरीबन दोनों को मिला दें तो 3000 के करीब कर्मचारी लगातार amu registrar office के सामने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उनका कहना है कि या तो आप हमें गलत साबित कर दो या तो अपना कन्फ्यूजन क्लियर कर ले जो हमें गवर्नमेंट की तरफ से मिल रहा है वह आखिर हमें मिल क्यों नहीं रहा।लगभग एएमयू 1400 डेली वेज कर्मचारी ऐसे हैं जिन्हें अक्टूबर की सैलरी नहीं मिली और उन्हें अन्य लाभ जो उन्हें मिलने थे वह भी नहीं मिल रहे हैं।वही amu 1290 एडहॉक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं।
Amu Adhoc Staff के बारे में बताया फैसल रईस गांधी के मुताबिक इंक्रीमेंट दो बार में अलग-अलग समय पर अलग-अलग लोगों को मिलता था कुछ लोगों को जनवरी मैं मिलता था और कुछ लोगों को जुलाई में मिलता है पर जुलाई 2023 में जिन्हें मिलना था उन्हें नहीं मिला यानी 6 महीने का जो इंक्रीमेंट उनको मिलना चाहिए था वह अभी तक नहीं मिला सिर्फ जनवरी 2023 में 237 लोगों को मिला और बाकी लोगों को अब तक नहीं मिला।
वही DA की बात करें जुलाई 2022 और जनवरी 2023 और जुलाई 2023 किसी भी कर्मचारियों को DA नहीं मिला।Amu Non Teaching Staff Joint Action Committee मोहम्मद रेहान, सैयद जकी अहमद, शाजिया अफरोज, आफाक अहमद, सलमान खलील, मोहम्मद अमजद, सैयद वसीम अली, आबिद अली जैदी, हामिद शोएब इन लोगों से बात करने पर इन्होंने बताया LTC CEA PLA Allownce 1 जनवरी 2023 से नहीं मिला।
Amu Protest के जिम्मेदार लोगों ने बताया कि 24 जून 2023 EC मीटिंग में फाइनल हुआ था उसकी अभी मिनटस तक हम लोगों के सामने नहीं आए हैं और हम लोगों को जिस तरीके से पहले सारी चीज मिल रही थी जो हमारा अधिकार है वह हमें बिना बताए हमें नहीं मिल रही है उन्होंने कहा की यूनिवर्सिटी amu act 1920 के बने हुए एक्ट से चलेगी किसी की जबान से नहीं और जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है हम अपना काम करते हुए हम अपनी अधिकार के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
सैयद वसीम अली ने बताया पूर्व कुलपति पूर्व कुलपति तारीक मंसूर के टेन्योर के दौरान जनरल सिलेक्शन कमेटी के लिए तीन बार फार्म भरवा गए जिसकी कीमत भी थी और वह अब तक वापस भी नहीं हुए और ना कमेटी बैठी।अल्लाह नूर 34 साल से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ऑफिस में काम कर रहे हैं जो अभी तक परमानेंट नहीं हुए आखिर सबसे बड़ा सवाल यह है की हर मोड़ पर बद निजामी का जिम्मेदार कौन? यह प्रोटेस्ट करते हुए आज नॉन टीचिंग स्टाफ पूछ रहे हैं और आए दिन छात्र पूछते हैं कि अब तक अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को छात्र संघ यूनियन का चुनाव क्यों नहीं कराया गया।
हालांकि आधिकारिक तौर पर बातचीत करने की कोशिश की गई रजिस्टर और फाइनेंस ऑफिसर से जो हो नहीं पाई लेकिन एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा हर एक की अपनी प्रक्रिया होती है और इसमें थोड़ा टाइम लग रहा है लेकिन प्रक्रिया के साथ पूरी हो जाएगी और इससे ज्यादा कुछ बोलने से परहेज करते नजर आए।
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