राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल ने झांसी मेडिकल कॉलेज की घटना को बताया विभागीय लापरपाही।
एडवोकेट मुबारक खान बुन्देलखण्ड प्रभारी राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल ने कहा कि विभागीय ऑडिट में प्रभारी और स्वास्थ मंत्री ने कितने रुपयों का बंदरबाट किया होगा वर्ना यह जांच के नाम पर खानापूर्ति करना स्वास्थ मंत्री का एक्स पर ट्वीट करके व्यान देते है कि बेहतर स्वास्थ विभागों की जांच हुई सभी जगह पूरे प्रदेश में कोई कमियां नहीं पाई गई हम पूरे प्रदेश में बेहतर स्वास्थ के लिए मुफ्त इलाज दे रहे।
झांसी मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्चों का आग से जलकर मरना उत्तर प्रदेश सरकार की बेहतर स्वास्थ्य सेवा पर प्रश्नमार्क है ? jhansi medical college fire incident
राष्ट्रीय ओलमा कौन्सिल बुन्देलखण्ड यूनिट मांग करती है कि स्वास्थ्य मंत्री जी को तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा देना चाहिए जो एक्स पर बेहतर स्वास्थ्य सेवा का गुणगान कर रहे है।
बुंदेलखंड झांसी में दूरस्थ स्थानों से लोग अपने मरीजों को समुचित इलाज करने के लिए लाते है अपने बच्चों को मरते हुए आंखों से देखने प्रदेश के प्रशाशनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी है जो घटना घटी है वह बहुत दुखद है जिसमें मासूम बच्चे जिंदा जल गए मांग करता हूं हर साल अस्पताल काओडि होता है फिर कमी कहां रही अधिकारियों की कमी है या कर्मचारी की जिसकी भी कमी लापरवाही रही है उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होना चाहिए और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए स्वास्थ्य मंत्री एक्स पर कभी आम जनता की बात को गंभीरता से नहीं लेते हैं इसलिए इनको तुरंत हटाया जाए पूर्ण विचार करते हुए हैं कार्रवाई करने का कष्ट करें मीडिया के जरिए.
राष्ट्रीय उलमा कौंसिल नेता मुबारक खान ने सुझाव देते हुए कहा कि आपसे इस निवारण के संबंध में सूचित करते हुए अवगत कराना चाहता हूँ कही न कही स्वास्थ विभाग की घोर लापरवाही का हिस्सा है जिसे तुरंत कार्यवाही न लाया गया तो भविष्य में यह आपकी सरकार के लिए विशेष प्रश्न होगा क्योंकि झांसी मेडिकल कॉलेज में शहर से ही नहीं बल्कि बुन्देलखण्ड के तमाम हिस्सों से गावो से अति संवेदन शील स्तिथि में मरीज रिफर होकर आते हैं जो अब डरे व सहमे हुए है।