एएमयू सेंटर मलप्पुरम, केरल में सर सैयद दिवस समारोह 2024
Amu News : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) मलप्पुरम सेंटर में 17 अक्टूबर 2024 को सुबह 10 बजे सर सैयद अहमद खान की 206वीं जयंती मनाई गई।
इस कार्यक्रम में भारत में मुसलमानों के लिए शिक्षा के विकास में अग्रणी व्यक्ति सर सैयद अहमद खान की दूरदृष्टि और विरासत का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत श्री मोहम्मद अनारुल द्वारा कुरान की आयतों के पाठ से हुई, जिसमें विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक लोकाचार को दर्शाया गया। एएमयूएमसी के सहायक रजिस्ट्रार श्री मोहम्मद अहाजम खान ने मुख्य अतिथियों का स्वागत किया और उद्घाटन भाषण दिया।
अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ. फैसल के.पी. ने परंपरा और आधुनिकता के बीच सामंजस्य स्थापित करने और विविधता में एकता के महान आदर्शों को बनाए रखने में समकालीन भारत में सर सैयद के महत्व पर प्रकाश डाला।
सर सैयद की विरासत का जिक्र करते हुए उन्होंने छात्रों को याद दिलाया कि शिक्षा केवल ज्ञान का हस्तांतरण नहीं है, बल्कि ऐसे जिम्मेदार नागरिकों का निर्माण है जो ईमानदारी, करुणा और साहस का प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा कि एएमयू सेंटर, मलप्पुरम को इस शानदार विरासत का हिस्सा बनने पर गर्व है। अपनी स्थापना के बाद से, यह केंद्र सर सैयद के आदर्शों को बनाए रखने के लिए अथक प्रयास कर रहा है, समावेशिता और आलोचनात्मक सोच की भावना को बढ़ावा देते हुए अकादमिक उत्कृष्टता के लिए प्रयास कर रहा है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन श्री ए.ए. रहीम, माननीय राज्यसभा सदस्य और एएमयू कोर्ट के सदस्य ने किया। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता और तर्कसंगत सोच के प्रति अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर जोर दिया, समावेशी शिक्षा के एक प्रकाशस्तंभ के रूप में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
उद्घाटन भाषण के बाद, जामिया मिलिया इस्लामिया के माननीय कुलपति प्रो. मोहम्मद शकील ने सर सैयद अहमद खान के इतिहास और योगदान पर एक व्यावहारिक भाषण दिया।
उन्होंने उपस्थित लोगों से सर सैयद की विरासत को सक्रिय रूप से संरक्षित करने का आग्रह करते हुए समापन किया। मुख्य अतिथि सैय्यद मुनवराली शिहाब थंगल ने छात्रों को शिक्षा को बढ़ावा देकर सर सैयद अहमद खान के मिशन को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने मलप्पुरम में एएमयू सेंटर की स्थापना का भी जिक्र किया, मुसलमानों के उत्थान के लिए सर सैयद के प्रयासों और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक विविध पृष्ठभूमि के व्यक्तियों पर उनके व्यापक प्रभाव का उल्लेख किया।
Sir Syed Day 2024 के महासचिव श्री गालिब नश्तर ने सर सैयद अहमद खान के जीवन का अवलोकन साझा किया। विधि विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. नसीमा पी.के. ने धर्मनिरपेक्षता और करुणा जैसे मूल्यों के महत्व पर जोर देते हुए ऐसे प्रेरक संस्थान की स्थापना में सर सैयद के दृष्टिकोण की सराहना की। सर सैयद दिवस समारोह 2024 के संयुक्त संयोजक डॉ. मोहम्मद बशीर के. ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। कार्यक्रम का समापन एएमयू तराना और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ब्लेसिथा कमरुद्धीन और श्री सैयद अहमद साद ने किया।