महिला पहलवानों के प्रति सरकार की संवेदनहीनता की निंदा करते हुए परचम पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. अली अमीर ने कहा अपने बाहुबली सांसद की अश्लील हरकत पर पर्दा डालने के लिए अमित शाह की पुलिस धोखा धडी करके इस अपमान जनक कैसे को कमजोर करना चाहती है।
महिला पहलवानों के प्रति बेटी बचाओ का जुमला उछालने वाली सरकार का रवैया बहुत संवेदन हीन है।
अधिकतर ऐसे मामले में चुप्पी साध लेती है क्योंकि समाज में अपमान का कलंक महिला पर लगता है पुरुष पर नहीं उच्चतम न्यायालय का निर्णय इस सिलसिले में मार्गदर्शक होना चाहिए जिसमें कहा गया था की भारतीय संस्कृति में कोई भी महिलाअपनी इज्जत आबरू के बारे में झूठा इल्जाम नहीं लगा सकती।
लेकिन बाहुबली सांसद ने सत्ता के नशे में जब सारी हदें पार कर दीं तो उनको पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए आंदोलन और अदालत का सहारा लेना पड़ा।
जिन लड़कियों ने इल्जाम लगाया है उनके बारे में भी ये स्पष्ट है कि जब तक बात बर्दाश्त की हद से नहीं निकल गई वो चुप रहीं। आने वाले समय में पता चल जाएगा कि हिंदुत्व के नाम पर और कितना अनुचित लाभ प्राप्त किया जा सकता है और मनुवाद के झांसे में पिछड़ा वर्ग कब तक फंसा रहेगा।
भाजपा के हाई प्रोफाइल नेता जो विश्व हिंदू परिषद के चहेते हैं स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं और भारत को मेडल जीतने का गौरव दिलाने वाली बेटियां अपमानित महसूस करते हुए अपना मेडल गंगा में विसर्जित करने पर मजबूर हैं। भाजपा अपने स्वर्ण वोट बैंक को साधे रखने के लिए पिछड़े वर्ग के आत्म सम्मान से खेल रही है।