Siwan Lok Sabha 2024 Result पति Dr Mohammad Shahabuddin Shahab रहे चार बार सांसद उसके बाद भी Hena Shahab एक बार भी ना जीत सकी.

Siwan News : आपको बता दे सिवान लोकसभा क्षेत्र से लगातार चार बार चुनाव लड़ी है हिना साहब और हार का सामना करना पड़ा, तीन बार आरजेडी से चुनाव लड़ी जो 2009 में निर्दलीय प्रत्याशी से हारना पड़ा 2014 में भाजपा प्रत्याशी से हारना पड़ा 2019 और 2024 में जदयू प्रत्याशी से हारना पड़ा। और मजेदार यह है कि हर बार वह दूसरे नंबर पर रही।हालांकि तीन बार वह आरजेडी से चुनाव लड़ी जिसके कारण राजद हमेशए दो नंबर पर रही और इस बार नीरदलीय चुनाव लड़ी लेकिन फिर भी नंबर दो पर रही हालांकि जीतने का चांस बताया जा रहा था क्योंकि लोगों का मानना था कि इस बार सिवान की जनता चुनाव लड़ रही है अपने विकास और शिक्षा के लिए लेकिन नतीजा बता रहा है कि इस बार भी वह नंबर दो पर रही लेकिन इसमें मजेदार बात यह भी है की जो आरजेडी नंबर दो पर आती थी उसको लगता था कि अगर कैंडिडेट बदल जाए तो शायद वह जीत सकती है तो हिना साहब के सामने पूरी पार्टी फीकी रही और नंबर तीन पर चली गई और उसके बावजूद भी एक बड़ा वोट मार्जिन का अंतर है तो हिना साहब ने साबित कर दिया वह अपने आप में एक पार्टी है लेकिन वह पार्टी का चुनाव आने वाले वक्त में क्या करती है किसके साथ जाएंगे जो यह लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है लोगों के साथ होने के बावजूद भी शायद राजनीतिक गणित नहीं बैठ पा रहा है शायद यही वजह है कि वह हर बार दो नंबर पर आती है तो शायद यह अंतर आने वाले चुनाव में बदल जाए।हालांकि हिना साहब ने हिंद राष्ट्र से बात करते हुए कहा था कि मेरा मुद्दा शिक्षा और बेरोजगारों का रोजगार देने का है और अभी तक भी किसी भी प्रत्याशी के लिए यह मुद्दा खुले तौर पर बोलना और उसका समर्थन करना अपने आप में बड़ी बात है हालांकि वह चुनाव में दूसरे नंबर आने के बाद सिवनवासियों से अपील करते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा।
इस लोकसभा चुनाव के परिणाम को विनम्रता से स्वीकार करती हूँ और सिवान परिवार के उन तमाम मतदाताओं का धन्यवाद करती हूँ/ शुक्रिया अदा करती हूँ जिन्होंने अपना विश्वास दिखाया और मुझे वोट दिया।
हमारा संघर्ष जारी रहेगा एवं जनता के बीच उनके साथ हर सुख-दुःख में मैं पहले की ही तरह शामिल रहूंगी।मैं अपने सभी युवा कार्यकर्ताओं का भी शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ जिन्होंने दिन-रात, धूप-छाँव देखे बिना लगातार जनता के बीच जा कर उन्हें जागरुक किया और इस संघर्ष में मेरा साथ दिया।
जिन्होंने जिस भी माध्यम से मुझे सहयोग किया उन सभी लोगों का दिल से धन्यवाद करती हूँ।जीते हुए उम्मीदवार को बधाई देती हूँ और आशा करती हूँ कि उनके द्वारा सिवान के जनता के लिए बिना किसी भेदभाव के ईमानदारी से कार्य किया जाएगा।
क्या राजद के जगह सिवान लोकसभा से कांग्रेस चुनाव लड़ती और उसके उम्मीदवार hena shahab होती तो क्या यह मुमकिन था की इंडिया गठबंधन के खाते में यह सेट आसानी से चली जाती?
क्या सही में बिहार के यादव चालाक हो चुके हैं राजनीतिक रूप से की विधानसभा में किसको वोट करना है उन्हें खूब पता है और लोकसभा में किन्हे नहीं देना है यह बात भी उनको पता है और यह बात वह खुलकर समाज में कहने से डरते हैं?
या सही में पटना और दिल्ली में बैठे कुछ लोग चाहते हैं कि हिना साहब सिवान से लड़कर जीते ही ना क्योंकि वह सामाजिक मुद्दों पर मुखर होकर बोलने वाली महिला है विकास और शिक्षा जैसे मुद्दों को अपना मुद्दा बनाया है और यह मुद्दा कहीं जाती है जब समीकरण पर भारी पड़ गया तो फिर बिहार की राजनीति जातीय समीकरण से उठकर शिक्षा और रोजगार पर होने लगे तो कितनों की राजनीतिक दुकान बंद हो जाएगी!
आखिर क्या वजह है राजद पार्टी एक सामाजिक महिला जिसके पति पार्टी संस्थापक सदस्य पूर्व सांसद वीर डॉक्टर मोहम्मद शहाबुद्दीन की वजह से बिहार के अंदर आखिरी बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनी थी उनको राज्यसभा भी नहीं भेजती है और उसके बदले में लोकसभा टिकट किसी और को दे दे इन्होंने इस बार दूसरे को इसलिए दिया अवध बिहारी चौधरी को क्योंकि उन्होंने टिकट लेने से इनकार कर दिया अपने आप को पार्टी से अलग कर लिया तो क्या यही वजह है कि राजद खुलकर कुछ फैसला करने से डरती रही जिसका उसे लगातार खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।