AMU प्रॉक्टर से छात्र की नौक झोक, प्रॉक्टर करेंगे छात्र के खिलाफ कार्रवाई।
AMU छात्रा के प्रोफेसर पर गंभीर आरोप।
जानिए क्या कहा छात्र ने एएमयू कुलपति के बारे में.
छात्र अखील कुमार की वजह से एएमयू एक बार फिर विवादों के घेरे में। कानून विभाग की छात्रा अवंतिका ने कानून विभाग के प्रोफेसर पर लगातार 3 साल से फेल किए जाने के लगाये आरोप।
प्रशासन ब्लॉक पर छात्रा के साथ धरने पर बैठे छात्र ने हिंदू होने के कारण फेल किए जाने के लगाए गंभीर आरोप।
मौके पर पहुंचे प्रॉक्टर और डिप्टी प्रॉक्टर ने आरोपो को बे बुनियाद बताया। प्रॉक्टर के साथ छात्र की हुई कहा सुनी प्रॉक्टर करेंगे छात्र के खिलाफ कार्रवाई।
अचानक दो विद्यार्थी एएमयू प्रशासनिक ब्लॉक के सामने आकर बैठ गए और वहां पर सुरक्षा कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी हालांकि इस बीच छात्र अखील की प्रॉक्टर से तीखी बहस हो गई उसने कहा यूनिवर्सिटी गुंडागर्दी कर रही है जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री तक जाऊंगा आईए आपको पूरी बात विस्तार से बताते हैं.
छात्रा अवंतिका का कहना है कानून विभाग के प्रोफेसर एहतेशाम लगातार 3 साल से हिस्ट्री में फेल कर रहे हैं और और वह सिर्फ मेरे साथ कर रहे हैं हालांकि उस लड़की का इशारा अपने धर्म की ओर भी रहा है अब सवाल यह पैदा होता है क्या एक विद्यार्थी की वजह से क्या पूरे एक समाज को दूसरे समाज के खिलाफ डर दिखाया जा रहा है और ऐसी सोच के पीछे किसका हाथ हो सकता है?
जब एएमयु प्रॉक्टर वसीम अली बात करने आए छात्रा अवंतिका के साथ बैठा अखील कुमार कहने लगा कि यह हिंदू होने की वजह से हमें परेशान किया जा रहा है और यूनिवर्सिटी गुंडागर्दी कर रही है इस पर प्रॉक्टर साहब ने कहा आप अपनी बात तरीके से रखिए यूनिवर्सिटी प्रशासन आपकी बातों को सुनेगा लेकिन इस तरह से आमर्यादित भाषाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अनुशासन के तहत कार्रवाई की जाएगी।
छात्र सत्ता पक्ष पार्टी का डर दिखाने की कोशिश कर रहा था वह कह रहा था कि मैं प्रधानमंत्री तक जाऊंगा और बार-बार यह बात पर जोर दे रहा था की छात्रा को सिर्फ हिंदू होने की वजह से परेशान किया जा रहा है इस पर प्रॉक्टर साहब ने कहा प्रधानमंत्री देश के प्रधानमंत्री है किसी एक विशेष के नहीं किसी भी सूरत में कानून व्यवस्था को खराब नहीं होने दिया जाएगा।
एएमयु प्रॉक्टर वसीम अली ने कहा छात्रा अवंतिका का मामला है कि उसे लगातार 3 साल से हिस्ट्री में फेल हो रही है इसका हम लोग समाधान निकालेंगे की किसी इंडिपेंडेंट हिस्ट्री डिपार्टमेंट के टीचर से उसकी कॉपी चेक कराई जाए इसके लिए हम खुद वाइस चांसलर से रिक्वेस्ट करेंगे लेकिन दूसरी तरफ उसके साथ में बैठा छात्र नवीन कुमार इस मामले को दूसरा रंग दे रहा है और यूनिवर्सिटी को कह रहा है कि वह गुंडागर्दी कर रही है ऐसे छात्र पर यूनिवर्सिटी अंकुश लगाना जानती है जो वातावरण खराब करेगा।
अखिल कुमार ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पहली महिला कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून को भी नहीं छोड़ा उसने क्या-क्या इनको इसलिए कुलपति बनाया गया था क्या इस तरह से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा।
इस तरह की घटना के बाद एक सवाल उठता है की क्या हिंदू के नाम से एक प्रोफेसर को अपने काम में बेईमानी करके छात्रा को प्रमोट कर देना चाहिए, हालांकि यह जांच का विषय है लेकिन हर बात में धर्म का सहारा लेना यह कहां तक देश का संविधान इस बात की इजाजत देता है!